कुछ नए अहसास कुछ नयी आहटे
आपके आने से सब कुछ नया नया सा है
हवा है महकी महकी मौसम भी बदला सा है
कुछ दबा दबा था जो मन में वो खिलखिलाने लगा है
हँसता तो मन पहले भी था अब शरमाने लगा है
कुछ नयी मुस्कुराहते मन को लुभाने लगी है
कुछ नयी बाते मन को चौंकाने लगी है
आपके आने से मुझमे एक नया उत्साह है
आपके आने से मुझमे एक नया खुमार है
ये आपका जादू ही है जो मुझमे कुछ मचलने लगा है
ये आपका ही असर है जो मुझमे कुछ संवरने लगा है
कुछ नयी हलचले मन को तड़पाने लगी है
कुछ नयी उलझने मन में समाने लगी है
पत्तो की सरसराहट मुझको छूने लगी
फूलो की सुगंध मुझमे महकने लगी
ओस की बुँदे मुझे भिगोने लगी
पंछियों के संग मै उड़ने लगी
आपके आने से मुझको मेरा आसमान मिला
आपके आने से मुझको मेरा जहां मिला आपके आने से सब कुछ नया नया सा है
हम भी नहीं जानते ये क्या हुआ जो सब कुछ यूँ बदला बदला सा है ……………
Finally your blog... good to see your poems on it. Keep it up dear :)
ReplyDeletenice............:)
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