Tuesday, 27 September 2011

कुछ नयी हसरते


कुछ नयी हसरते कुछ नयी चाहते
कुछ नए अहसास कुछ नयी आहटे
आपके आने से सब कुछ नया नया सा है
हवा है महकी महकी मौसम भी बदला सा है
कुछ दबा दबा था जो मन में वो खिलखिलाने लगा है
हँसता तो मन पहले भी था अब शरमाने लगा है
कुछ नयी मुस्कुराहते मन को लुभाने लगी है
कुछ नयी बाते मन को चौंकाने लगी है
आपके आने से मुझमे एक नया उत्साह है
आपके आने से मुझमे एक नया खुमार है
ये आपका जादू ही है जो मुझमे कुछ मचलने लगा है
ये आपका ही असर है जो मुझमे कुछ संवरने लगा है
कुछ नयी हलचले मन को तड़पाने लगी है
कुछ नयी उलझने मन में समाने लगी है
पत्तो की सरसराहट मुझको छूने लगी
फूलो की सुगंध मुझमे महकने लगी
ओस की बुँदे मुझे भिगोने लगी
पंछियों के संग मै उड़ने लगी
आपके आने से मुझको मेरा आसमान मिला
आपके आने से मुझको मेरा जहां मिला आपके आने से सब कुछ नया नया सा है
हम भी नहीं जानते ये क्या हुआ जो सब कुछ यूँ बदला बदला सा है ……………

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